Onion market-अपडेटेड तारीख:-१२/०२/२०२५
महाराष्ट्र भारत में प्याज का अग्रणी उत्पादक है, जो देश के कुल प्याज उत्पादन में लगभग 25-30% का योगदान देता है। राज्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है।
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- महाराष्ट्र में प्याज की किस्में
महाराष्ट्र में प्याज की कई किस्में उगाई जाती हैं, जिन्हें इस प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है:
- लाल प्याज: ये महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा उगाई और खाई जाने वाली किस्म है। इनका स्वाद तीखा होता है और इन्हें खाना बनाने में काफ़ी इस्तेमाल किया जाता है।
- सफ़ेद प्याज: हालाँकि लाल प्याज़ से कम आम है, लेकिन कुछ इलाकों में सफ़ेद प्याज़ उगाए जाते हैं और अपने हल्के स्वाद के लिए जाने जाते हैं।
- छोटे प्याज़ (शैलोट्स): ये आकार में छोटे होते हैं और इनका स्वाद ज़्यादा तीखा होता है। इनका इस्तेमाल कई भारतीय व्यंजनों में किया जाता है और ये आम तौर पर महाराष्ट्र के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में पाए जाते हैं।
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प्याज/Onion(प्याज मंडी महाराष्ट्र)
प्याज भाव :-क्विंटल-१२/०२/२०२५ | |||
क्र. सं. | गांव | अधिकतम मूल्य | न्यूनतम मूल्य |
1 | नाशिक | Rs 2250 /Quintal | Rs 1050 /Quintal |
2 | पुणे | Rs3000 /Quintal | Rs 1500/Quintal |
3 | कोल्हापुर | Rs 3300 /Quintal | Rs 2200 /Quintal |
4 | राहाता | Rs 3200 /Quintal | Rs 2300 /Quintal |
5 | अकोला | Rs 2800 /Quintal | Rs 1500 /Quintal |
6 | लासलगांव | Rs 2860 /Quintal | Rs 1000/Quintal |
7 | जळगाव | Rs 1850 /Quintal | Rs 625/Quintal |
कृपया ध्यान दें कि ये मूल्य समय के साथ बदल सकते हैं और विभिन्न बाजारों में भिन्न हो सकते हैं। अधिक सटीक और अद्यतन जानकारी के लिए स्थानीय मंडियों या विश्वसनीय कृषि मूल्य वेबसाइटों की जाँच करें।
- अपडेटेड तारीख :-११/०२/२०२५ 🙋♂️👆👆👆👆
Today’s Onion market price:प्याज मंडी-महाराष्ट्र
कृषि के लिए आज के माहौल के बारे में नीचे दी गई जानकारी पढ़ें…..
- मौसम की स्थिति: प्रतिकूल मौसम की स्थिति जैसे बेमौसम बारिश या सूखा उत्पादन को प्रभावित कर सकता है और कीमतों में वृद्धि का कारण बन सकता है।
महाराष्ट्र में आज मौसम गर्म रहेगा और तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा तथा सूर्यास्त के बाद यह 24 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। महाराष्ट्र में आज हवाएं तेज़ चलेंगी तथा हवा की औसत गति 28 किमी/घंटा रहेगी।
भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित पुणे, नासिक, मुंबई और नागपुर के पर्यावरण की विशेषताएँ अलग-अलग हैं। इन चारों शहरों की जलवायु, वनस्पति, प्रदूषण स्तर और पर्यावरणीय चुनौतियाँ भिन्न हैं।
1. पुणे का पर्यावरण
जलवायु: पुणे की जलवायु सामान्यतः समशीतोष्ण (Moderate) होती है। गर्मियों में तापमान 35-40°C तक जाता है, जबकि सर्दियों में 10-15°C तक गिर सकता है। मानसून के दौरान अच्छी वर्षा होती है।
वनस्पति और हरियाली: पश्चिमी घाट के करीब होने के कारण पुणे में हरी-भरी पहाड़ियाँ, झीलें और उद्यान उपलब्ध हैं। यहाँ पाषाण झील, खड़गवासला डैम और सिंहगढ़ जैसी प्राकृतिक जगहें हैं।
प्रदूषण: हाल के वर्षों में वाहन और औद्योगिक गतिविधियों के कारण वायु प्रदूषण बढ़ा है, लेकिन यह मुंबई और नागपुर की तुलना में कम है।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ: बढ़ता शहरीकरण, ट्रैफिक जाम और कंक्रीटीकरण से हरित क्षेत्र घट रहे हैं।
2. नासिक का पर्यावरण
जलवायु: नासिक की जलवायु शुष्क और समशीतोष्ण होती है। गर्मियों में तापमान 38-42°C तक जाता है, जबकि सर्दियों में यह 8-12°C तक गिर सकता है। मानसून में मध्यम से अधिक वर्षा होती है।
वनस्पति और हरियाली: यहाँ पहाड़ी इलाकों के कारण प्राकृतिक हरियाली अधिक है। गोदावरी नदी के किनारे बसे होने के कारण जल स्रोत पर्याप्त हैं।
प्रदूषण: औद्योगिकरण और वाहनों की संख्या बढ़ने से वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही है, लेकिन अन्य बड़े शहरों की तुलना में यहाँ की हवा अपेक्षाकृत स्वच्छ है।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ: जल स्रोतों का प्रदूषण, अतिक्रमण, और अव्यवस्थित शहरीकरण यहाँ की मुख्य पर्यावरणीय समस्याएँ हैं।
3. मुंबई का पर्यावरण
जलवायु: मुंबई की जलवायु आर्द्र (Humid) और समुद्री प्रभाव वाली होती है। गर्मियों में तापमान 30-35°C के बीच रहता है, जबकि सर्दियों में न्यूनतम 18-22°C होता है। मानसून के दौरान बहुत भारी बारिश होती है।
वनस्पति और हरियाली: संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान जैसे हरे-भरे क्षेत्र हैं, लेकिन अत्यधिक शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण हरियाली कम होती जा रही है।
प्रदूषण: मुंबई में वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण अधिक है। प्रदूषित समुद्र तट, बढ़ता कचरा और ट्रैफिक से निकलने वाला धुआँ बड़ी समस्याएँ हैं।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ: बढ़ती जनसंख्या, समुद्री जल प्रदूषण, जलभराव (Waterlogging), और कचरा प्रबंधन सबसे बड़ी पर्यावरणीय चुनौतियाँ हैं।
4. नागपुर का पर्यावरण
जलवायु: नागपुर की जलवायु शुष्क और गर्म होती है। गर्मियों में तापमान 45°C तक पहुँच सकता है, जबकि सर्दियों में यह 8-12°C तक गिर जाता है। मानसून के दौरान मध्यम से अधिक वर्षा होती है।
वनस्पति और हरियाली: नागपुर को “ऑरेंज सिटी” के साथ-साथ “ग्रीन सिटी” भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ कई झीलें और हरित क्षेत्र मौजूद हैं। अंबाझरी झील, सेमिनरी हिल्स, और एम्प्रेस गार्डन हरियाली के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
प्रदूषण: नागपुर का प्रदूषण स्तर अन्य महानगरों की तुलना में कम है, लेकिन औद्योगिक क्षेत्र और वाहनों की संख्या बढ़ने से वायु प्रदूषण धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ: भूमिगत जल स्तर की गिरावट, वृक्षों की कटाई, और कचरा प्रबंधन यहाँ की प्रमुख समस्याएँ हैं।
5.निष्कर्ष
मुंबई सबसे अधिक प्रदूषित और पर्यावरणीय समस्याओं से ग्रस्त है।
पुणे का वातावरण अपेक्षाकृत अच्छा है, लेकिन शहरीकरण बढ़ रहा है।
नासिक का पर्यावरण संतुलित है, लेकिन जल स्रोतों की रक्षा जरूरी है।
नागपुर अब भी हरा-भरा है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के प्रभाव दिखने लगे हैं।
चारों शहरों में जलवायु परिवर्तन, शहरीकरण, और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है।
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