भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को अपनाने की गति बढ़ाने के लिए EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियां जैसे Tata Motors, Maruti Suzuki, Hyundai Motor India, और JSW MG Motor India तेजी से चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं, जिससे EV उपयोगकर्ताओं को बेहतर सुविधा मिल सके।
Tata Motors का बड़ा विस्तार प्लान:-Charging Infrastructure
भारत की प्रमुख EV निर्माता कंपनी Tata Motors ने घोषणा की है कि वह 2027 तक अपने चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या को दोगुना कर 400,000 तक ले जाएगी। इस प्लान के तहत 30,000 Public Charging Stations भी स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, कंपनी 500 लोकेशंस पर Mega Charger Network विकसित करेगी, जिसमें 120-kilowatt fast-charging units होंगे, जो सभी ब्रांड्स के EV के लिए उपलब्ध होंगे।
Maruti Suzuki का EV चार्जिंग नेटवर्क
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki भी EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में योगदान दे रही है। कंपनी अपने Service Stations पर 1,500 EV Chargers लगाने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, Top 100 Cities में हर 5-10 किलोमीटर पर एक चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, Maruti Suzuki Home Installation Services भी प्रदान करेगी ताकि EV मालिकों को अपने घर पर ही चार्जिंग की सुविधा मिले।
Hyundai Motor India की योजना
Hyundai Motor India भी अपने Fast Charging Stations की संख्या 50 से बढ़ाकर 600 करने की योजना बना रही है। फिलहाल, Hyundai अपने ग्राहकों को ChargeZone जैसी निजी ऑपरेटर्स के साथ साझेदारी के तहत 10,000 चार्जिंग पॉइंट्स तक एक्सेस प्रदान कर रही है।
JSW MG Motor India का योगदान
JSW MG Motor India, जो कि चीन की SAIC और भारत की JSW Group का संयुक्त उपक्रम है, ने अब तक 1,559 EV Chargers स्थापित किए हैं। इसके अलावा, कंपनी ने HPCL (Hindustan Petroleum Corporation Limited) के साथ पार्टनरशिप कर अपने चार्जिंग नेटवर्क को और अधिक विस्तारित करने की योजना बनाई है।
सरकारी तेल कंपनियों का योगदान
भारत में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में Indian Oil, Bharat Petroleum, और Hindustan Petroleum जैसी सरकारी तेल कंपनियां भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इन कंपनियों ने 18,000 से अधिक लोकेशंस पर EV चार्जिंग नेटवर्क स्थापित किया है। भारत सरकार ने Fast Charging Stations को बढ़ावा देने के लिए $230 मिलियन (लगभग 1,900 करोड़ रुपये) की सब्सिडी भी प्रदान की है।
निष्कर्ष
भारत में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विस्तार हो रहा है, जिससे EV उपयोगकर्ताओं को चार्जिंग संबंधी चिंताओं से राहत मिलेगी। ऑटोमोबाइल कंपनियां और सरकारी संस्थान मिलकर देश में EV Ecosystem को मजबूत कर रहे हैं। इस तरह के प्रयासों से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी आएगी और Sustainable Transportation को बढ़ावा मिलेगा।